प्रबंध के उदेशय
objectives of management class 12 in hindi – हम जानते है की प्रबंध वो प्रक्रिया होती है,जिसमे काम को सही तरीके से करने के लिए कार्यो के के समूह को पूरा किया जाता है। वैसे ही प्रबंध के उदेस्य से हमारा मतलब उन अंतिम बिंदुओं से है जिन्हें प्राप्त करने के लिए एक संगठन की विभिन क्रियाएँ शामिल होती है।
Objectives of Management
What are the three main objectives of management in hindi
what are the objectives of management class 12 in hindi
प्रबंध के उद्देशय को तीन भागो में बाँटा जा सकता है जो की निम्नलिखित है –
प्रबंध के उद्देश्य –
- संगठनतक उदेस्य (Organisational Objectives)
- सामाजिक उदेस्य (Social Objectives)
- व्यक्तिगत उदेस्य (Individual Objectives)
( 1 ) संगठनात्मक उद्देश्य ( Organisational Objectives ) क्या है ?
इसका अभिप्राय संगठन में उपलब्ध मानवीय व भौतिक संसाधनों का उपयोग सभी हितार्थियों के हित में करने से ( It refers to the utilisation of human and physical resources available in the organisation , considering the interest of all stakeholders . ) इन उद्देश्यों का निर्धारण करते समय प्रबन्ध द्वारा व्यवसाय में हित रखने वाले सभी पक्षों ( जैसे- स्वामी , कर्मचारी , ग्राहक , सरकार , आदि ) का ध्यान रखा जाता है । इससे व्यवसाय के आर्थिक उद्देश्य भी पूरे होते हैं । जैसे की – ये हैं- जीवित रहना , लाभ एवं विकास ।
( i ) जीवित रहना ( Survival ) : प्रत्येक व्यवसाय लम्बे समय तक जीवित रहना चाहता है । अतः प्रबन्ध द्वारा विभिन्न व्यावसायिक क्रियाओं से संबंधित सकारात्मक निर्णय लेकर यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि व्यवसाय लम्बे समय तक जीवित रहे ।
( ii ) लाभ ( Profit ) : व्यवसाय में उत्पन्न जोखिमों का सामना करने तथा व्यावसायिक क्रियाओं के सफलतापूर्वक संचालन में लाभ की अहम् भूमिका होती है । अतः प्रबन्ध द्वारा सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि व्यवसाय पर्याप्त लाभ अर्जित करे ।
( iii ) विकास ( Growth ) : हर व्यवसाय चाहता है कि वह विकास करे । प्रबन्ध द्वारा व्यवसाय के विकास को सुनिश्चित किया जाना चाहिए । विकास को बिक्री , कर्मचारियों की संख्या , उत्पादों की संख्या , पूंजी विनियोग , आदि द्वारा मापा जा सकता है । यदि इन सभी में वृद्धि हो रही है तो कहा जाएगा कि व्यवसाय विकास के पथ पर अग्रसर है ।
( 2 ) सामाजिक उद्देश्य ( Social Objectives ) क्या है ?
इसका अभिप्राय प्रबन्धकीय क्रियाओं के दौरान सामाजिक हित का ध्यान रखने से है । ( It refers to the consideration of the interest of the society during managerial activities . ) एक संगठन समाज में स्थापित होता है । समाज द्वारा उपलब्ध किए गए संसाधनों से ही उसे चलाया जाता है । इसलिए प्रत्येक संगठन का उत्तरदायित्व बनता है कि वह सामाजिक हितों के प्रति सचेत रहे । अतः एक संगठन के समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को निभाने संबंधी उद्देश्य को सामाजिक उद्देश्य कहते हैं । इस उद्देश्य के अंतर्गत प्रबंधक स्वास्थ्य ( Health ) , सुरक्षा ( Safety ) , तथा मूल्य नियंत्रण ( Price Control ) को सुनिश्चित करने का वायदा करते हैं । प्रबन्ध के मुख्य सामाजिक उद्देश्य निम्न सूची में सम्मिलित किए गए हैं :
( i ) वातावरण को दूषित होने से बचाना ।
( ii ) रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाना ।
( iii ) जीवन – स्तर के सुधार में योगदान देना । उदाहरण के लिए , एशियन पेंटस ( Asian Paints ) ने सामुदायिक विकास कार्यक्रम के अंतर्गत धन उपलब्ध कराया जिससे किसानों द्वारा स्थानीय संसाधनों का प्रभावपूर्ण उपयोग करना संभव हुआ । इसी प्रकार स्टील ऑथॉरिटी ऑफ इण्डिया ( Steel Authority of India ) अपने स्टील प्लांटों के आस – पास रहने वाले लोगों को कृषि , उद्योग , शिक्षा , स्वास्थ्य , आदि क्षेत्रों में नियमित रूप से सुविधा उपलब्ध करवाती है ।
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( 3 ) व्यक्तिगत उद्देश्य ( Individual Objectives ) क्या है ?
इसका अभिप्राय कर्मचारियों के संदर्भ में निश्चित किए जाने वाले उद्देश्यों से है । ( It refers to the objectives to be determined with respect to the employees of the organisation . ) कर्मचारी वर्ग कम्पनी का विवेकशील एवं संवेदनशील संसाधन होता है । अतः इसकी भावनाओं की ओर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए । यदि कर्मचारियों को संतुष्ट कर दिया जाए तो कम्पनी दिन – दुगनी रात चौगुनी उन्नति करने लगेगी ।
कर्मचारियों के प्रति प्रबंध के मुख्य उदेस्य होते है जो की निम्नलिखित है –
- स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराना।
- उचित परिश्रमिक देना।
- लाभ में हिस्सा देना।
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